जिस तरह बहती नदी लौटकर वापस नहीं

1*🙏🌹जय श्री महाकाल की🌹🙏*

जिस तरह बहती नदी लौटकर वापस नहीं आती,उसी प्रकार दिन और रात मनुष्य की आयु लेकर चले जाते है जो कभी वापस नहीं आते।
अतः भूतकाल की अच्छी यादों को जीवन में संजोये रखकर वर्तमान में जो भी पल ख़ुशी के मिलें खुश होकर जियें