बुलेशाह कहते हैं...चढ़दे सूरज ढलदे देखे

बुलेशाह कहते हैं...चढ़दे सूरज ढलदे देखे... बुझदे दीवे बलदे देखे. 
हीरे दा कोइ मुल ना जाणे.. खोटे सिक्के चलदे देखे. 
जिना दा न जग ते कोई, ओ वी पुतर पलदे देखे।. 
उसदी रहमत दे नाल बंदे  पाणी उत्ते चलदे देखे।. 
लोकी कैंदे दाल नइ गलदी,  मैं ते पथर गलदे देखे।. 
जिन्हा ने कदर ना कीती रब दी, हथ खाली ओ मलदे देखे ....
कई पैरां तो नंगे फिरदे, सिर ते लभदे छावा, 
मैनु दाता सब कुछ दित्ता, क्यों ना शुकर मनावा ..

शरणागति

शरणागति

 आर्तभाव से *हे मेरे दाता ! हे मेरे मालिक ! बचाओ ! बचाओ !! बचाओ !!!* ऐसे सत् करतार को पुकारना चाहिये; क्योंकि वे मेरे अपने स्वामी हैं, मेरे सर्व समर्थ सत् करतार हैं तो अब मैं चिन्ता क्यों करूँ ? और सत् करतार ने भी कह दिया है कि *तू चिन्ता मत कर* । इस वास्ते मैं निश्चिन्त हूँ - ऐसा कह कर मन से सत् करतार के चरणों में गिर जाओ और निश्चिन्त होकर सत् करतार से कह दो - *हे सिरजनहार ! यह सब आपके हाथ की बात है, आप जानो* ।

नींबू वाली चाय पेट घटाए

नींबू वाली चाय पेट घटाए।
अदरक वाली चाय खराश मिटाए।
नीम्बु पत्ती की चाय माइग्रेन भगाये 
अमरुद पत्ती की चाय ताजगी लौटाये
गुडहल पत्तियों की चाय ह्युम्निटी बढाये 
हरसिंगार पत्ती की चाय हड्डी दर्द बुखार भगाये 
लेमन ग्रास की चाय स्फुर्ती लौटाये
मसाले वाली चाय इम्युनिटी बढ़ाए।
मलाई वाली चाय हैसियत दिखाए।
सुबह की चाय ताजगी लाए ।
शाम की चाय थकान मिटाए।
दुकान की चाय मजा आ जाए।
पड़ोसी की चाय व्यवहार बढ़ाए।
मित्रों की चाय संगत में रंगत लाए। 
पुलिसिया चाय मुसीबत से बचाए। 
अधिकारियों की चाय फाइलें बढ़ाए। 
नेताओं की चाय बिगड़े काम बनाए। 
विद्वानों की चाय सुंदर विचार सजाए। 
कवियों की चाय भावनाओं में बहाए। 
रिश्तेदारों की चाय संबंधों में मिठास लाए।
चाय चाय चाय सबके मन भाय।
एक चाय भूखे की भूख मिटाए
एक चाय आलस्य  भगाए ।
एक चाय भाईचारा बढ़ाए। 
एक चाय सम्मान दिलाए। 
एक चाय हर काम बन जाए। 
एक चाय हर गम दूर हो जाए।
एक चाय रिश्तो में मिठास लाए। 
एक चाय खुशियाँ कई दिलाए। 
एक चाय  प्रधानमंत्री बनाए
चाय पिए और चाय पिलाए। 
जीवन को आनंदमय बनाए।
जीवन को आनंदमय बनाए।
स्वास्थ्य के हिसाब से चाय 😁